Gayatri Mantra: गायत्री मंत्र हिंदू धर्म का एक प्राचीन मंत्र है जो सूर्य देवता की प्रथम पूजा के लिए प्रयोग में लाया जाता है। यह मंत्र सत्य, शुभ और कल्याणकारी होता है और उसे सभी उम्र के लोग पढ़ सकते हैं।
PDF Name | Gayatri Mantra PDF |
Language | Hindi |
Size | 123 KB |
PDF Copyright | Aarti PDF |
Gaytri Mantra Lyrics
गायत्री मंत्र
॥ जाप ॥
ॐ भूर्भुवः स्व तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात ॥
॥ सूचना ॥
गायत्री मंत्र का जाप दिन मे तीन बार करे।
गायत्री मंत्र सुबह, दोपहर और शाम को सूर्यास्त
होने के कुछ देर पहले पढना उचित समझा जाता है।
Gayatri Mantra PDF
गायत्री मंत्र का जप करने की विधि
गायत्री मंत्र का जप करने की विधि इस प्रकार है:
- सबसे पहले, शुद्ध ध्यान में बैठें और अपने मन को शांत करें।
- अपने दोनों हाथ जोड़ें और अपने मन में गायत्री मंत्र की शुरुआत करें।
- फिर, अपने दोनों हाथों को सीधा करें और अपने दो अंगूठों को मिलाकर अपने लिए एक माला बनाएं।
- अब, अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को माला के प्रथम माला के पहले बीज पर रखें।
- अब, अपने मन में मंत्र को उच्चारित करें और अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को बीज से हटाएं और दूसरे माला के पहले बीज पर रखें।
- इसी तरह से, मंत्र को 108 बार उच्चारित करें और माला को पूरा करें।
- जब मंत्र का जप समाप्त हो जाए, तो अपने मन को शांत करें और अपने आसपास की ऊर्जा का आनंद लें।
ध्यान दें कि गायत्री मंत्र को सबसे अधिक जप करने के लिए सूर्योदय के समय उठने के बाद अथवा सूर्यास्त के समय जप किया जाना चाहिए।